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October to December 2024 Article ID: NSS8870 Impact Factor:8.05 Cite Score:47257 Download: 306 DOI: https://doi.org/ View PDf
राजा राम मोहन राय आधुनिक युग के पुरोधा
हरीश
एम ए, नेट -जेआरफ (इतिहास) कोडुका पोस्ट रिछोली, ब्लॉक पाटोदी बालोतरा (राज.)
प्रस्तावना- प्राचीनकाल से भारत में
अनेक आक्रमणकारी आये इनमें यूनानी शक, हूण,
कुषाण, अरबी, तुर्क, मंगोल, मुगल,अंग्रेज इत्यादि
प्रमुख है । भारत पर आक्रमण करने का अधिकांश का मुख्य उद्देश्य यहां की धन सम्पदा को
प्राप्त करना था । कुछ यहां से पुन अपने मूल स्थान को लौट गए और कुछ यही बस गए और उन्होंने
भारतीय सभ्यता संस्कृति को अपना लिया इस प्रकार भारतीय संस्कृति और विदेसी संस्कृति
में समन्वय स्थापित हुआ। भारत में अंग्रेज व्यापार करने के लिए आये थे और धीरे उन्होंने
भारत पर कब्जा कर लिया। अंग्रेज मानते थे की पूरी दुनिया में उनकी संस्कृति सर्वश्रेस्ठ
है और उनका उद्देश्य है भारत के लोगों भी सभ्य बनाना है। उनीसवीं सदी का भारतीय समाज
अनेक परम्परागत रूढ़ियों से ग्रसित था इस समय भारतीय समाज में अनेक कुप्रथाओ नई कब्जा
जमा रखा था। इनमें जाति प्रथा, बाल विवाह, सती प्रथा, पर्दा प्रथा, छुआछूत, उच्च नीच,
धार्मिक आडम्बर, कर्मकांड इत्यादि प्रमुख है।
