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January to March 2025 Article ID: NSS9092 Impact Factor:8.05 Cite Score:10861 Download: 146 DOI: https://doi.org/ View PDf
नैतिक मूल्य और मानव जीवन
डॉ. सीमाबाला अवास्या
सहायक प्राध्यापक (हिंदी) शासकीय माधव कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय, उज्जैन (म.प्र.)
प्रस्तावना- जो भरा नहीं है भाव से, बहती जिसमें रसधार नहीं।
वो हृदय नहीं है, पत्थर है, जिसमें स्वदेश प्यार नहीं।।
एक सशक्त राष्ट्र
का निर्माण उस राष्ट्र में रहने वाले लोगों के माध्यम से ही संभव है। राष्ट्र के प्रति
निष्ठा और प्रेम, आपसी सद्भाव, अनुशासन और स्थापित नियमों के अनुसार अपना आचरण रखना
अच्छे और सच्चे मानव की पहचान है। आचरण वह नैतिक मूल्य है, जो व्यक्ति स्वयं के लिए
करता है। अर्थात् स्वयं का स्वभाव, स्वयं की आदत, स्वयं की प्रकृति और जब व्यक्ति दूसरों
के लिए कुछ कार्य करता है तो वह उसका व्यवहार कहलाता है। अर्थात् दूसरों के साथ किया
गया आचरण व्यवहार कहलाता है।
