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April to June 2025 Article ID: NSS9155 Impact Factor:8.05 Cite Score:8141 Download: 126 DOI: https://doi.org/10.63574/nss.9155 View PDf
पत्रकारिता में स्त्री विमर्शः मुख्यधारा मीडिया और महिला आवाज़
डॉ. हुसन सिंह सोलंकी
सहायक प्राध्यापक (हिन्दी) भेरूलाल पाटीदार शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, महू, इंदौर (म.प्र.)
शोध सारांश- मुख्यधारा की पत्रकारिता समाज के विचारों, धारणाओं और विमर्शों को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। किंतु जब विषय स्त्री विमर्श का हो, तो यह अनिवार्य हो जाता है कि हम यह जानें कि क्या महिला मुद्दे, स्वर, और दृष्टिकोण पत्रकारिता की प्राथमिकताओं में हैं या नहीं। यह शोधपत्र पत्रकारिता में स्त्री की उपस्थिति, महिला पत्रकारों की भागीदारी, और महिला विषयों की प्रस्तुति की भूमिका से प्रेरित है। अध्ययन के दौरान यह स्पष्ट हुआ कि यद्यपि महिला पत्रकारिता में धीरे-धीरे सशक्त भूमिका में आ रही हैं, तथापि मीडिया की रिपोर्टिंग में महिलाओं को आज भी अक्सर एक पीड़िता, उपभोक्ता वस्तु या शोपीस के रूप में प्रस्तुत किया जाता है। इसके विपरीत महिलाओं के नेतृत्व, बौद्धिक योगदान, और सामुदायिक संघर्षों को कम प्राथमिकता दी जाती है। यह शोधपत्र मीडिया में स्त्री छवि के सशक्तिकरण, महिला-संबंधी मुद्दों को समाचारों की मुख्यधारा में लाने, और पत्रकारिता में जेंडर संतुलन सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर बल देता है। इसमें हिंदी समाचार पत्रों और डिजिटल मीडिया प्लेटफार्मों की सामग्री का विश्लेषण कर यह दर्शाया गया है कि पत्रकारिता की भाषा, संदर्भ और दृष्टिकोण में संवेदनशीलता लाने की नितांत आवश्यकता है। यह अध्ययन मीडिया, समाज और स्त्री चेतना के त्रिकोण को केंद्र में रखकर पत्रकारिता में स्त्री विमर्श की सामथ्र्य और सीमाओं को उजागर करता है।
शब्द कुंजी- स्त्री विमर्श, पत्रकारिता, मुख्यधारा मीडिया,
महिला पत्रकार, जेंडर प्रतिनिधित्व, मीडिया विश्लेषण, महिला मुद्दे, संवेदनशील रिपोर्टिंग,
लैंगिक असमानता, महिला छवि।
