• April to June 2024 Article ID: NSS9165 Impact Factor:8.05 Cite Score:23 Download: 5 DOI: https://doi.org/ View PDf

    राजस्थान में शिक्षा के बढ़ते कदम

      विनोद कुमार विश्नोई
        एम.ए. नेट (राजनीति विज्ञान) ग्राम - समेलिया, पोस्ट घोड़ास, तह. मांडल, जिला भीलवाड़ा (राज.)

प्रस्तावना-  राजस्थान, भारत का क्षेत्रफल के आधार पर सबसे बड़ा राज्य, अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और ऐतिहासिक महत्व के लिए जाना जाता है। हालांकि, स्वतंत्रता के समय राजस्थान की साक्षरता दर अत्यंत निम्न थी, जो सामाजिक-आर्थिक विकास में बाधक थी। 1947 में भारत की साक्षरता दर लगभग 18% थी, जबकि राजस्थान में यह और भी कम, लगभग 8-10% थी (Jagran Josh, 2024)। आजादी के बाद, भारत सरकार और राजस्थान सरकार ने साक्षरता को बढ़ावा देने के लिए कई नीतियां और कार्यक्रम शुरू किए, जिनके परिणामस्वरूप 2022 तक राजस्थान की साक्षरता दर 69.7% तक पहुँच गई (News24, 2022)। यह रिसर्च पेपर राजस्थान में साक्षरता दर के विकास का विश्लेषण करता है, विशेष रूप से आजादी के बाद से लागू किए गए प्रमुख सरकारी कार्यक्रमों के संदर्भ में। इसके अतिरिक्त, यह पेपर साक्षरता दर में सुधार की चुनौतियों, उपलब्धियों, और भविष्य की संभावनाओं पर प्रकाश डालता है।ऐतिहासिक पृष्ठभूमिस्वतंत्रता से पहले, राजस्थान में शिक्षा व्यवस्था मुख्य रूप से रियासतों द्वारा संचालित थी।