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April to June 2025 Article ID: NSS9205 Impact Factor:8.05 Cite Score:8022 Download: 125 DOI: https://doi.org/10.63574/nss.9205 View PDf
भारतीय इतिहास में मेवाड़ की वीरांगना किरण देवी का गौरवशाली स्थान और मुग़ल अकबर की पराजय
सौरभ पटेल
सहायक आचार्य (समाज शास्त्र) मेवाड़ विश्वविद्यालय,गंगरार, चित्तौड़गढ़ (राज.)डॉ. हेमेन्द्र सिंह सारंगदेवोत
सह आचार्य (इतिहास) मेवाड़ विश्वविद्यालय,गंगरार, चित्तौड़गढ़ (राज.)
शोध सारांश- मेवाड़ महाराणा प्रताप के अनुज भ्राता शक्तिसिंह की कन्या-वीरांगना किरणदेवी का ऐतिहासिक महत्व रहा हैं जो कि जीवन मूल्य, नारी सशक्तिकरण और चरित्र व राष्ट निर्माण से सम्बद्ध रहा हैं जो गाथा आज भी मेवाड़ी जनमानस के मुख पर बिराजित हैं। इन्होंने अपने पतिव्रता धर्म की तेजस्विता से कामांध मुग़ल अकबर को पराजित किया और उसमें नारी शक्ति के प्रति पवित्रता व सम्मान के भाव जागृत किये।
शब्द कुंजी-किरण देवी, राज कँवर, मेवाड़, शक्तिसिंह, राणा प्रताप,
नारी धर्म, पतिव्रता, सिसोदिया, मुग़ल अकबर,नौरोज के मेले, मीना बाजार।
