• July to September 2024 Article ID: NSS9222 Impact Factor:8.05 Cite Score:123 Download: 14 DOI: https://doi.org/ View PDf

    बाँदा जिले में शिक्षा और जनसंख्या स्थिरीकरण: एक सहसंबंध विश्लेषण

      अंकिता चौरसिया
        शोधार्थी, बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय, झाँसी (उ.प्र.)

शोध सारांश-  इस शोध पत्र में उत्तर प्रदेश के बाँदा जिले में शिक्षा (विशेषकर महिला शिक्षा) और जनसंख्या स्थिरीकरण के बीच संबंधों का गहन विश्लेषण किया गया है। वर्ष 2011 की जनगणना और क्षेत्रीय सर्वेक्षण आँकड़ों के विश्लेषण से पता चलता है कि जिले की साक्षरता दर 66.67 प्रतिशत है जिसमें महिला साक्षरता दर 51.27 प्रतिशत ही है जो प्रजनन दर (TFR) और जनसंख्या वृद्धि (17.06 प्रतिशत दशकीय) पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालती है। जिले की शिक्षित महिलाएँ विवाह एवं गर्भधारण में देरी करती हैं, साथ ही परिवार नियोजन के आधुनिक उपायों को अपनाती हैं, जिससे TFR में कमी आती है। वहीं, निम्न आय, सामाजिक-सांस्कृतिक बाधाएँ (जैसे लैंगिक असमानता और पारंपरिक मान्यताएँ) तथा शैक्षणिक बुनियादी ढाँचे की कमी जनसंख्या नियंत्रण को चुनौतीपूर्ण बनाती हैं। स्कूली पाठ्यक्रम में जनसंख्या शिक्षा को शामिल करने, लड़कियों की शिक्षा तक पहुँच बढ़ाने और सामुदायिक जागरूकता अभियानों के माध्यम से जनसंख्या स्थिरीकरण की दिशा में प्रभावी कदम उठाए जा सकते हैं। महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण और स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार को इस प्रक्रिया का अभिन्न अंग माना गया है। इस प्रकार शिक्षा नीतियों और जनसंख्या नियंत्रण कार्यक्रमों के समन्वय से ही बाँदा जिले में टिकाऊ विकास लक्ष्यों की प्राप्ति संभव है।

शब्द कुंजी-महिला शिक्षा, प्रजनन दर, जनसंख्या नियंत्रण, लैंगिक असमानता, सामाजिक-आर्थिक कारक।