• July to September 2025 Article ID: NSS9273 Impact Factor:8.05 Cite Score:678 Download: 35 DOI: https://doi.org/ View PDf

    आधुनिक लेखांकन प्रणाली में लेखाकारों की भूमिका और जागरूकता का मूल्यांकनः इंदौर शहर के लेखाकारों के विशेष सन्दर्भ में

      डॉ. रेणुका पाटीदार
        सहायक प्राध्यापक, भेरूलाल पाटीदार शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय महू, इंदौर (म.प्र.)

शोध सारांश-  वर्तमान युग में लेखांकन प्रणाली में निरंतर तकनीकी परिवर्तन हो रहे हैं, जिनमें कृत्रिम बुद्धिमत्ता, स्वचालित सॉफ्टवेयर, क्लाउड आधारित सेवाएँ, और डिजिटल रिपोर्टिंग जैसे तत्वों ने लेखाकारों की पारंपरिक भूमिका को व्यापक बना दिया है। इस शोध का उद्देश्य इंदौर शहर के 83 लेखाकारों के मध्य आधुनिक लेखांकन प्रणालियों के प्रति उनकी जागरूकता, उनकी वर्तमान भूमिका, और आने वाली चुनौतियों का मूल्यांकन करना है। शोध में पाया गया कि अधिकांश लेखाकार सामान्य लेखांकन सॉफ्टवेयर के प्रयोग में दक्ष हैं, परंतु अत्याधुनिक तकनीकों (जैसे एआई, बिग डेटा एनालिटिक्स) के प्रति जागरूकता सीमित है। प्रशिक्षण की कमी, तकनीकी बदलावों के प्रति अनिच्छा तथा नैतिकता के प्रति चिंतन की कमी प्रमुख अवरोध हैं। यह शोध सुझाव देता है कि निरंतर प्रशिक्षण, तकनीकी उन्नयन, और नैतिक लेखांकन के लिए नीतिगत प्रयास आवश्यक हैं। अध्ययन लेखांकन क्षेत्र में प्रासंगिक जागरूकता और सुधार हेतु दिशा देता है।

शब्द कुंजी -लेखांकन प्रणाली, लेखाकार, तकनीकी जागरूकता, कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) , नैतिक लेखांकन, प्रशिक्षण, डिजिटल लेखांकन, इंदौर, वित्तीय पारदर्शिता, लेखांकन सॉफ्टवेयर।