• July to September 2024 Article ID: NSS9307 Impact Factor:8.05 Cite Score:48 Download: 7 DOI: https://doi.org/ View PDf

    समाज में महिलाओं के नवीन उभरते आयाम एवं प्रतिमान का समिक्षात्मक अध्ययन

      डॉ. अशोक कुमार खोरवाल
        सहायक आचार्य (समाजशास्त्र) राजकीय महाविद्यालय, आहोर (जालोर) (राज.)

शोध सारांश- महिलाओं एंव उनके अवकाश के विभिन्न पहलुओं के नवीन उभरते प्रतिमानों कि चर्चा कि गई है। अवकाश के विभिन्न आयामों कि महिलाओं में एक सामाजिक परिवर्तन के रूप में देखा जाता है। अवकाश एंव सामाजिक वर्ग को विभेदित किया गया है आधुनिक और परम्परागत तौर पर महिलाएं अवकाश को किस प्रकार व्यतीत करती है, जहां कामकाजी आधुनिक महिलाएं कामकाज के अलावा अवकाश के क्षणों में विभिन्न प्रकार की गतिविधियों को करती हैं उन्ही गतिविधियों का विश्लेषण किया हैं। आधुनिक कामकाजी महिलाएं में अवकाश के समय में अपना अधिकतर समय सोशल मीडिया की गतिविधियों को पसन्द करती है। वही परम्परागत महिलाएं अपना अवकाश का समय परम्परागत कार्य जैसे पूजा पाठ, धार्मिक कार्य, साफ सफाई, बच्चों का पालन पोषण जैसे कार्य करना पसन्द करती है अवकाश के विभिन्न आयामों में महिलाओं कि प्रस्थिति और विभिन्न प्रतिमानों का अध्ययन किया गया है।

शब्द कुंजी-अवकाश, कामकाजी महिलाएं, सामाजिक परिवर्तन, महिला आरक्षण, सामाजिक वर्ग, जेंडर, प्रतिमान।