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July to September 2025 Article ID: NSS9336 Impact Factor:8.05 Cite Score:146 Download: 14 DOI: https://doi.org/10.63574/nss.9336 View PDf
बाल श्रमिकों की शैक्षिक समस्यायें एवं सम्बन्धित संवैधानिक प्रावधानों के क्रियान्वयन का अध्ययन
डॉ. सुषमा
असिस्टेंट प्रोफेसर (बी0एड0) दयानन्द आर्य कन्या डिग्री कॉलेज, मुरादाबाद (उ.प्र.)
शोध सारांश- बाल श्रम किसी भी देश के लिये एक कलंक के समान है जिसके कारण बच्चों के बचपन की नैसर्गिक अभिक्षमता, रचनात्मकता, अभिरूचि का नाश हो जाता है। बच्चे विश्व के सर्वाधिक अनमोल संसाधन है, असीम नैतिक और बौद्धिक शक्ति के भण्डार और पर्याय है। इन्हें संवारने का स्वर्णिम एवं ऐतिहासिक अवसर शिक्षकों को प्राप्त हुआ है। इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिये परिवार, समाज, सरकार एवं शिक्षक को सामूहिक रूप से प्रयास करना होगा। इसी तथ्य के दृष्टिगत यह शोध किया गया है। इस शोध का क्षेत्र मुरादाबाद जनपद है। शोध की जनसंख्या में 6-14 वर्ष तक 100 बाल श्रमिक व उनके 50 अभिभावकों का चयन किया गया है। शोध के निष्कर्ष मिले जुलेरूप में प्राप्त हुये हैं। अतः यह शोध बालश्रमिकों की शैक्षिक समस्याओं एवं बाल श्रमिकों के लिये संवैधानिक प्रावधानों के प्रति उनके अभिभावकों व अध्यापकों को सचेत करेगा एवं उन्हें नवीन दृष्टि प्रदान करने के साथ ही उपयोगी सिद्ध होगा।
शब्द कुंजी-बाल श्रम, शौक्षिक समस्या, अभिभावक, संवैधानिक प्रावधान।














