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July to September 2025 Article ID: NSS9338 Impact Factor:8.05 Cite Score:84 Download: 11 DOI: https://doi.org/ View PDf
सतत विकास एवं राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 : एक समीक्षा
डॉ. राजकुमार नागवंशी
सह-आचार्य (अर्थशास्त्र) गुरु घासीदास विश्वविद्यालय (केन्द्रीय विश्वविद्यालय), बिलासपुर (छ.ग.)
प्रस्तावना
- किसी देश की प्रगति के लिए शिक्षा सबसे महत्वपूर्ण तंत्रों में से एक है और
यह बहुत महत्वपूर्ण है कि हम बार-बार बदलते समय के आलोक में अपनी शिक्षा प्रणालियों
और कार्यक्रमों में सुधार करते रहें है। शिक्षा आर्थिक एवं सामाजिक गतिशीलता को साकार
करने का सर्वोत्तम साधन है। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 और सतत विकास लक्ष्य 4 सार्वभौमिक
गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और आजीवन सीखने के लक्ष्य को साझा करती हैं। सतत विकास के लिए
शिक्षा एक महत्वपूर्ण एवं प्रमुख तत्व के रूप में है। शिक्षा पर्यावरणीय अखंडता, आर्थिक
व्यवहार्यता और न्यायपूर्ण समाज को सशक्त बनाता है, जो मानव के लिए सहायक होता है।
शैक्षिक सतत विकास का उद्देश्य आवश्यक ज्ञान, कौशल, दृष्टिकोण और मूल्य प्रदान करके
विकास की चुनौतियों का समाधान करता है। शिक्षा व्यक्ति के समग्र विकास की एक सतत प्रक्रिया
है, और यह दुनिया भर में अपनाई जाने वाली एक व्यवस्थित प्रक्रिया है। शिक्षा एक ऐसी
प्रणाली है जिसके माध्यम से विद्यार्थी अपने जीवन में मूल्यों का विकास करता है, उनकी
आकांक्षाओं को संतुलित करती है एवं साथ ही उनकी क्षमताओं को विकसित करती है । शिक्षा
किसी व्यक्ति को देश का सभ्य नागरिक बनने का अवसर प्रदान करती है। किसी देश की पूंजी
मानव संसाधन होती है, जो शिक्षा के माध्यम से और समृद्ध होती है।














