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July to September 2025 Article ID: NSS9394 Impact Factor:8.05 Cite Score:68 Download: 10 DOI: https://doi.org/ View PDf
मालती जोशी की कहानियों में नारी संवेदना
डॉ. मंजुलता चौधरी
सह. प्राध्यापक (हिन्दी) शासकीय महाविद्यालय, आलोट, जिला रतलाम (म.प्र.)
प्रस्तावना- हिन्दी साहित्य जगत में
अपनी अलग पहचान बनाने वाली मालती जोशी का जन्म 4 जून 1934 को महाराष्ट्र के औरंगाबाद
शहर के एक मध्यमवर्गीय मराठी परिवार में हुआ था। इनके पिता सरकारी नौकरी में मजिस्ट्रेट
के पद पर कार्यरत थे। इनका स्थानान्तरण होता रहता था जिसका प्रभाव इनके बच्चों की पढाई
पर पडा। मालती जोशी अपने बचपन के बारे में बताते हुए कहती है कि उन दिनों जीव बहुत
सामान्य था आवश्यकता थोडी थी। इसलिए बिना किसी समस्या के बचपन गुजर गया। इनका परिवार
खुशहाल था पर धनाड्य नही था। इनके पिता साहित्य प्रेमी थे उन्होनें चार पाॅच कहानियाॅ
भी लिखी थी। मालती जोशी के परिवार का वातावरण पढने लिखने की परम्परा का था। इसलिए इन्हें
बचपन से ही लिखने का शोक था।
