• July to September 2025 Article ID: NSS9396 Impact Factor:8.05 Cite Score:47 Download: 7 DOI: https://doi.org/10.63574/nss.9396 View PDf

    बस्तर दशहरा का जनजातीय समाज एवं स्थानीय लोगों पर सामाजिक-आर्थिक प्रभाव

      डॉ. मीनाक्षी तिवारी
        सहायक प्राध्यापक (अतिथि) (अर्थशास्त्र) बी.सी.एस. शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, धमतरी (छ.ग.)

शोध सारांश-  बस्तर दशहरा छत्तीसगढ़ राज्य के बस्तर क्षेत्र का सबसे बड़ा और विशिष्ट लोक-पर्व है, जो लगभग 75 दिनों तक चलता है। यह केवल धार्मिक या सांस्कृतिक आयोजन नहीं बल्कि एक सामाजिक-आर्थिक गतिविधि का केंद्र है। इस पर्व से जनजातीय परंपराएँ, कला, संस्कृति, रोजगार और स्थानीय अर्थव्यवस्था प्रत्यक्ष रूप से जुड़ी हुई हैं। इस शोध में बस्तर दशहरा के सामाजिक, सांस्कृतिक, पर्यावरणीयऔर आर्थिक पहलुओं का विश्लेषण किया गया है, तथा यह देखा गया है कि यह पर्व कैसे जनजातीय पहचान, सामाजिक एकता और आजीविका का माध्यम बन गया है।