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October to December 2025 Article ID: NSS9440 Impact Factor:8.05 Cite Score:10 Download: 2 DOI: https://doi.org/ View PDf
निजी और सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में ऑनलाइन बैंकिंग सेवाओं के प्रति ग्राहकों की धारणा का तुलनात्मक अध्ययन
सुनिता गणावा
शोधार्थी (वाणिज्य) सम्राट विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन (म.प्र.)डॉ. समता मेहता
सहायक प्राध्यापक (वाणिज्य) भगतसिंह शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, जावरा (म.प्र.)
शोध सारांश- यह अध्ययन निजी तथा सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों द्वारा प्रदान की जाने वाली ऑनलाइन बैंकिंग सेवाओं के प्रति ग्राहकों की धारणा का तुलनात्मक विश्लेषण प्रस्तुत करता है। अध्ययन का उद्देश्य यह जानना है कि सुविधाओं, सुरक्षा, विश्वसनीयता, त्वरित सेवा, उपयोग में सरलता तथा समस्या समाधान के आधार पर दोनों प्रकार के बैंक ग्राहकों की अपेक्षाओं को किस हद तक पूरा कर रहे हैं। डिजिटल अर्थव्यवस्था के बढ़ते प्रयोग के संदर्भ में इस विषय पर शोध की आवश्यकता इसलिए महत्त्वपूर्ण है क्योंकि ग्राहकों की संतुष्टि और विश्वास सीधे बैंकिंग सेवाओं की गुणवत्ता से प्रभावित होते हैं।
इस
अध्ययन में सर्वेक्षण विधि का उपयोग किया गया है, जिसके अंतर्गत अलग-अलग आयु, पेशा
और बैंकिंग पृष्ठभूमि वाले ग्राहकों से प्रश्नावली के माध्यम से डेटा संकलित किया गया।
आँकड़ों का विश्लेषण वर्णनात्मक एवं तुलनात्मक पद्धतियों द्वारा किया गया।
मुख्य निष्कर्ष यह संकेत देते हैं कि निजी बैंकों के ग्राहक सेवा की गति, उपयोग में सरलता तथा तकनीकी दक्षता को अधिक सराहते हैं, जबकि सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ग्राहकों को सुरक्षा, विश्वसनीयता और सरकारी भरोसे का अधिक अनुभव होता है। दोनों क्षेत्रों में ग्राहकों ने तकनीकी समस्याओं और समय-समय पर आने वाली नेटवर्क कठिनाइयों को प्रमुख चुनौती के रूप में चिन्हित किया। संपूर्ण विश्लेषण से स्पष्ट होता है कि सतत तकनीकी सुधार और ग्राहक-केंद्रित नीतियाँ ही ऑनलाइन बैंकिंग को और अधिक प्रभावी बना सकती हैं।
शब्द कुंजी-ऑनलाइन बैंकिंग, ग्राहक धारणा, निजी बैंक, सार्वजनिक बैंक, डिजिटल सेवाएँ, ग्राहक संतुष्टि, सुरक्षा, विश्वसनीयता, तकनीकी दक्षता, तुलना अध्ययन।
