• July to September 2025 Article ID: NSS9366 Impact Factor:8.05 Cite Score:122 Download: 14 DOI: https://doi.org/ View PDf

    शिक्षा के क्षेत्र में शिक्षकों का कार्य के प्रति दृष्टिकोण: सर्वेक्षण आधारित अध्ययन

      डॉ. उमा श्रीवास्तव
        सहायक प्राध्यापक, शासकीय अध्यापक शिक्षा महाविद्यालय, देवास (म.प्र.)

शोध सारांश-  समर्पण भाव से किये गये किसी भी कार्य का परिणाम गुणवत्ता पूर्ण ही होता है और समर्पण भाव की उत्पत्ति कार्य की संतुष्टि से ही उत्पन्न होती है । शिक्षक समाज में वह व्यक्तित्व है, जो राष्ट्र निर्माता के रूप में अपनी भूमिका निभाता है । वे अपने विद्यार्थियों को न केवल केवल गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा प्रदान करते हैं, बल्कि वे मार्गदर्शक, परामर्शदाता, मनोवैज्ञानिक, प्रेरक आदि के रूप में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका भी निभाते हैं । शिक्षित समाज की नींव में भी शिक्षकीय व्यवसाय का महत्वपूर्ण योगदान होता है । शिक्षकीय कार्य के प्रति दृष्टिकोण व गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा, सामान्य रूप  निम्नलिखित आयामों के आधार पर प्रभावित होती है -

1.         कार्य की संतुष्टि

2.         कार्य का अनुभव

3.         कार्य क्षेत्र का वातावरण

4.         विकास के अवसर

5.         कार्य की प्रेरणा

प्रस्तुत अध्ययन विभिन्न विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों के कार्य के प्रति दृष्टिकोण का सर्वेक्षण पर आधारित विश्लेषण  है । इस अध्ययन हेतु शासकीय विद्यालयों में कार्यरत् 100 शिक्षकों (जिसमें महिला एवं पुरूष दोनों शामिल हैं) का चयन किया गया । शोधकर्ता द्वारा चयनित प्रत्येक आयाम के विश्लेषण हेतु स्वनिर्मित 10-10 कथनों की कथनावली का निर्माण कर प्रशासित किया गया। ये कथन 5 बिन्दु लिकर्ट स्केल आधारित थे।

         प्राप्त निष्कर्षों में अधिकांश न्यादर्शों का दृष्टिकोण शैक्षिक कार्य के प्रति सकारात्मक पाया गया ।

शब्द कुन्जी - कार्य संतुष्टि, कार्य के प्रति दृष्टिकोण।